हम सुंदर भविष्य बनाएँ- अमरनाथ त्रिवेदी

हम सुंदर भविष्य बनाएँ जहाँ कहीं भी सीख अच्छे मिलते हों , उसे    जरूर    अपनाएँ । अपने भारत देश को हम , आसमाँ तक  पहुंचाएँ । शिक्षित होना बहुत जरूरी…

सहज धरा को स्वर्ग बनाएँ – अंजनेय छंद गीतिका – राम किशोर पाठक

सहज धरा को स्वर्ग बनाएँ – अंजनेय छंद गीतिका आओ मिलकर देश सजाएँ। जन-मानस को पाठ पढाएँ।। सभी भेद का त्याग करें हम। सबको सबसे गले लगाएँ।। होड़ मची बस…

बच्चों को निपुण बनाएंँगे हम- नीतू रानी

बच्चों को निपुण बनाएंँगे हम। बच्चा को निपुण बनाएंँगे हम, बदलेंगे जमाना, बच्चा को ——–२। बच्चा हमारा कल का भविष्य है बच्चों से भरा हुआ मेरा स्कूल है, बच्चों का…

शिक्षा है अधिकार हमारा – गीतिका – राम किशोर पाठक

शिक्षा है अधिकार हमारा – गीतिका शिक्षा है अधिकार हमारा। इससे बनता जीवन प्यारा।। नित्य हमें विद्यालय जाना। गुरुवर देते जहाँ सहारा।। कौशल अपना हमें बढ़ाना। निपुण बनें का लक्ष्य…

विवेकानंद – अहीर छंद – राम किशोर पाठक

विवेकानंद – अहीर छंद मानव का निज धर्म । किए सदा शुचि कर्म।। लिए अलौकिक ज्ञान। दिए अलग पहचान।। अद्भुत बुद्धि विवेक। विवेकानंद नेक।। सपने लिए अनेक। करना भारत एक।।…

वर्षा और जीवन – अंजनेय छंद – राम किशोर पाठक

वर्षा और जीवन – अंजनेय छंद धूम मचाकर बरसा आती। नभ में अपनी नाच दिखाती।। भिन्न-भिन्न वह वेश बनाती। अवनी देख जिसे इठलाती।। मन का मयूर झूम रहा है। धरती…

बरसात – रुचिका

बरसात लो आ गयी बरसात, बदल गए हालात, गर्मी से राहत मिले, बदल गए जज़्बात। धरा की मिट गयी प्यास, किसानों के मन में जगे आस, खेतों में फसल लहलहायेगी,…